लिट्टे के हथियार डाले बिना कोई संघर्ष विराम नहीं : श्रीलंका (लीड-1)
कोलंबो, 10 नवंबर (आईएएनएस)। श्रीलंका सरकार ने सोमवार को तमिल विद्रोहियों के नए संघर्षविराम के प्रस्ताव को ठुकराते हुए जोर देकर कहा है कि विद्रोहियों को हथियार डालने की जरूरत है।
श्रीलंका सरकार के वरिष्ठ मंत्री और सत्तारूढ़ फ्रीडम पार्टी के नेता मित्रपाला श्रीसेना ने संसद में विपक्ष के नेताओं के लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के शांति प्रस्ताव पर उठाए गए प्रश्नों के जवाब में यह कहा।
श्रीसेना ने कहा, "हमारी सरकार लिट्टे के हथियार डालने के पहले उनके साथ कोई संघर्षविराम नहीं करेगी। हमारी सरकार का यही निर्णय था और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।"
एक लिट्टे समर्थक वेबसाइट 'तमिलनेट' ने रविवार को लिट्टे की राजनीतिक शाखा के प्रमुख बी. नादेसन के हवाले से कहा था कि लिट्टे सरकार के साथ शत्रुता को समाप्त करना चाहता है।
मंत्री ने कहा कि लिट्टे के खिलाफ मौजूदा सैनिक अभियान रक्षा सचिव गोटाबाया राजपक्षे और सेना के कमांडर सरथ फोंसेका की हत्या के प्रयास और बड़ी संख्या में नागरिकों तथा सैनिकों की हत्या के बाद आरंभ किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।