चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान
बेंगलुरू, 9 नवंबर (आईएएनएस)। भारत का पहला मानवरहित अंतरिक्षयान चंद्रयान-1 रविवार की देर रात चंद्रमा की कक्षा में चांद की सतह के और करीब पहुंच गया। शनिवार को चंद्रयान को चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर देश के वैज्ञानिकों ने एक नया इतिहास रच डाला था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक एस. सतीश ने कहा, "चंद्रयान-1 में लगे तरल इंजन के जरिये यान को भीतरी कक्षा में स्थापित किया गया। यान की सभी प्रणालियां संतोषजनक रूप से काम कर रही हैं। "
शनिवार को चंद्रयान-1 को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित करने के साथ ही अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ, जापान व चीन के बाद चंद्रमा पर अपना अंतरक्षियान भेजने वाला भारत पांचवां देश बन गया।
चंद्रयान-1 अब चंद्रमा से महज 500 किलोमीटर दूरी पर रह गया है। जल्द ही अंतरिक्षयान को चंद्रमा से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित कर दिया जाएगा।
अंतरिक्षयान को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कराने की सारी कार्रवाई अब पूरी हो चुकी है।
सभी अंतरिक्ष केंद्रों ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि चंद्रयान-1 के सभी यंत्र समान्य रूप से काम कर रहे हैं। चंद्रयान को स्थापित करने में अभी पांच दिन लगेंगे। उसके बाद 15 नवंबर को चंद्रयान पर लगी चंद्र खोजी मशीन चंद्रमा के सतह पर छोड़ दी जाएगी। इसी समय भारतीय तिरंगा भी चंद्रमा पर फहरा दिया जाएगा।
चंद्रयान पर लगा कैमरा नियमिति रूप से चंद्रमा की तस्वीरें लेता रहेगा। अंतरिक्षयान में लगे बाकी सभी 9 उपकरणों को इस महीने के अंत में चालू कर दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि चंद्रयान में कुल 11 उपकरण साथ लगाए गए हैं। इसमें दो अमेरिका से , तीन यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) से और एक बुल्गारिया से मंगाए गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।