मध्यप्रदेश सरकार ने हवाई यात्राओं पर ढाई करोड़ रुपये उड़ाए
भोपाल, 9 नवंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश सरकार के पास हवाई जहाज और हेलीकाप्टर होने के बावजूद पिछले लगभग दो साल में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों ने अपनी हवाई यात्राओं पर ढाई करोड़ रुपये खर्च किए। इसमें प्रदेश के राज्यपाल की भी यात्राएं शामिल हैं। यह खुलासा सूचना के अधिकार के तहत विमानन विभाग मंत्रालय ने कांग्रेस द्वारा मांगी गई जानकारी में किया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ज़े पी़ धनोतिया ने रविवार को पत्रकारों को विमानन विभाग मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के दस्तावेज देते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डीजल और पेट्रोल की कीमतों में हुई वृद्धि के दौरान साइकिल चलाई थी मगर सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी मिली है वह प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली का खुलासा करने वाली है। प्रदेश सरकार ने कुछ निजी हवाई कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए उनके हेलीकाप्टर किराए पर लिए।
प्रदेश सरकार के विमानन विभाग मंत्रालय से मिली जानकारी के आधार पर धनोतिया ने बताया है कि प्रदेश सरकार की ओर से सारथी एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड को एक करोड़ 20 लाख रुपये, सार एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड को 32 लाख, एविएशन सर्विस इंडिया को 17 लाख, रेन एयर सर्विस को 22 लाख, इंडिया लाई सेफ एविएशन को 37 लाख, ओ़ एस़ एम़ मैनेजमेन्ट को 12 लाख, एस़ आऱ सी़ एविएशन को छह लाख रुपये का भुगतान किया गया है।
सूचना के अधिकार के तहत दी गई जानकारी के तहत बताया गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की यात्राओं पर डेढ़ करोड रुपये, संस्कृति मंत्री की यात्राओं पर 20 लाख, जल संसाधन मंत्री अनूप मिश्रा ने पांच लाख, वन मंत्री विजय शाह ने 10 लाख, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री चन्द्रभान सिंह ने आठ लाख, जेल मंत्री अंतर सिंह आर्य ने पांच लाख, ऊर्जा मंत्री डॉ़ गौरी शंकर शेजवार ने चार लाख और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने 12 लाख रुपये की हवाई यात्राएं की हैं। इसके अतिरिक्त राज्यपाल की यात्राओं पर भी 23 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश सरकार के पास अपना हवाई जहाज और हेलीकाप्टर भी है, उसके बावजूद निजी कंपनियों के हेलीकाप्टर का भरपूर उपयोग किया गया। यह सब सरकार ने कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।