कतर के साथ रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा भारत
अरुणिम भुइयां
अरुणिम भुइयां
मस्कट, 8 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमेाहन सिंह की कतर यात्रा के दौरान दोनों देश रक्षा और सुरक्षा से संबंधित दो समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। भारत के किसी शासनाध्यक्ष की यह पहली कतर यात्रा है।
इन समझौतों के अलावा दोनों पक्ष आपसी व्यापार और ऊर्जा सुरक्षा से जुड़े कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।
दोहा में भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री की कतर यात्रा का लंबे समय से इंतजार था। कतर के अमीर शेख हमाद बिन खलीफा अल-थानी दो बार भारत की यात्रा कर चुके हैं।
अधिकारी ने बताया के खाड़ी देशों में कतर ही एकमात्र ऐसा देश है जिसके साथ भारत का लंबे समय से सुरक्षा सहयोग है।
प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान जिन दो समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे उनमें एक रक्षा सहयोग और दूसरा सुरक्षा तथा कानूनों को लागू करने के संबंध में है। भारतीय अधिकारियों के अनुसार रक्षा सहयोग में समुद्री सुरक्षा का मुद्दा भी शामिल है।
ऊर्जा सुरक्षा के तहत भारत कतर के साथ गैस समझौते को और अधिक बढ़ाना चाहता है। नौ वर्ष पहले भारत ने कतर से हर साल दो चरणों में 75 लाख टन तरल गैस के आयात का समझौता किया था। कतर में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा गैस भंडार है जो विश्व के कुल गैस भंडार का 15 प्रतिशत हिस्सा है।
सुरक्षा और ऊर्जा सुरक्षा के अलावा द्विपक्षीय व्यापार के मुद्दे पर भी दोनों पक्ष चर्चा करेंगे। भारत और कतर के बीच 3.3 अरब डॉलर का सालाना व्यापार होता है। गैस निर्यात के कारण व्यापार संतुलन का पलड़ा कतर के पक्ष में है। कतर भारत को 2.6 अरब डॉलर मूल्य के पेट्रोलियम पदार्थो का निर्यात करता है, इसके बदले में भारत 70 करोड़ डॉलर मूल्य की उपभोक्ता सामग्री, खाद्यान्न और औद्योगिक उपकरण निर्यात करता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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