भारत-ओमान के बीच व्यापार बढ़ाने और मानव तस्करी रोकने पर समझौता (लीड-2)
मस्कट, 8 नवंबर (आईएएनएस)। भारत और ओमान ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए शनिवार को दो प्रमुख समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा और दोनों देश मानव तस्करी पर रोक लगाने की दिशा में काम करेंगे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खाड़ी के दो देशों की यात्रा के पहले चरण में शनिवार को ओमान की राजधानी मस्कट पहुंचे। इस यात्रा के दौरान वे कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अपनी यात्रा के दूसरे चरण में वे कतर का दौरा करेंगे।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और ओमान की सल्तनत के स्टेट जनरल रिजर्व फंड ने भारत-ओमान संयुक्त निवेश कोष स्थापित करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस कोष का इस्तेमाल दोनों देशों में स्वास्थ्य, पर्यटन, बुनियादी ढांचा, दूरसंचार, शहरी बुनियादी ढांचा की पहचान की जाएगी।
दूसरे समझौते के तहत अवैध नियुक्ति और मानव तस्करी पर रोक लगाने की प्रतिबद्धता जताई गई।
प्रवासी मामलों के मंत्री वयालार रवि और ओमान के मानवशक्ति (मैनपावर) मंत्री अब्दुल्ला बिन नसीर बिन अब्दुल्ला अल बाकरी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों को लागू करने के लिए एक समिति का गठन भी किया जाएगा।
इससे पहले एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ ओमान पहुंचे प्रधानमंत्री का यहां के रॉयल हवाईअड्डे पर ओमान के उपप्रधानमंत्री सैयद फहद बिन महमूद अल सैद ने जोरदार स्वागत किया गया।
मनमोहन के साथ पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा, प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री वयालार रवि और विदेश राज्यमंत्री ई.अहमद भी ओमान पहुंचे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम. के. नारायणन और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं।
ओमाना की यात्रा पर रवाना होने से पहले नई दिल्ली में मनमोहन ने कहा, "भारत के लिए सुरक्षा और संपन्नता के नजरिए से खाड़ी क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है। खाड़ी देशों के साथ हमारे संबंध हमेशा बेहद खास रहे हैं।"
शनिवार शाम शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के बाद रविवार को मनमोहन ओमान के शासक सुल्तान कबूस बिन अल सैद से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान भारत-जीसीसी मुक्त व्यापार पर चर्चा किए जाने संभावना है।
गौरतलब है कि खाड़ी देशों में लगभग 45 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं और इनमें भी तकरीबन पांच लाख लोग ओमान में रहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।