ेविस चुनाव : छत्तीसगढ़ में बागी उम्मीदवारों ने भाजपा व कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा की
रायपुर, 7 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में बागियों ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा कर दी है। दोनों ही पाटिर्यो के लिए ये बागी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के लिए चुनौती बने हुए हैं।
भाजपा के नौ बागी चुनाव मैदान में हैं तो कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गठबंधन को 12 बागी चुनौती दे रहे हैं। दोनों दलों के नेताओं द्वारा लाख समझाने के बावजूद ये बागी चुनाव मैदान से हटने को तैयार नहीं हैं।
जनसंघ के जमाने से पार्टी के लिए काम कर रहे व भाजपा के संस्थापक सदस्यों में रहे वीरेन्द्र पांडेय पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार राजेश मुणत को रायपुर, शहर (पश्चिम) से कड़ी चुनौती दे रहे हैं। पांडेय के समर्थन में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।
उधर, कांग्रेस के पूर्व मंत्री मनोज मंडवाई और गंगूराम बघेल क्रमश: भानुप्रतापपुर और आरंग सीट से कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवारों के लिए चुनौती बने हुए हैं।
इसके अलावा वैशाली नगर, कुरूड, कांकेर, डोंगरगढ़, जशपुर, कुंकुरी, चंद्रपुर, सक्ती, मानेंद्रगढ़ और बसना विधानसभा सीटों पर कांग्रेस व राकांपा के बागियों ने विपक्षी गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
भाजपा को रायपुर, शहर (पश्चिम), खरागढ़, केशकाल, चित्रकोट, जगदलपुर, नवागढ़, बेमेतरा, कटघोरा और चंद्रपुर विधानसभा सीटों पर अपने ही बागियों से कड़ी चुनौती मिल रही है।
कांग्रेस ने अपने आठ बागियों को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। निष्कासित नेताओं में मंडवाई भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और राकांपा गठबंधन राज्य की 87 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है तो भाजपा अकेले राज्य की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। विधानसभा चुनाव दो चरणों में आगामी 14 और 20 नवम्बर को होना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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