विस चुनाव : मप्र कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में मची भगदड़ (लीड-1)
भोपाल, 6 नवम्बर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में बीते दो दिन कांग्रेस के लिए अच्छे नहीं रहे हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव के लिए हुए टिकट वितरण से नाराज होकर चार बड़े नेताओं ने पार्टी से ही तौबा कर ली है। इनमें से तीन नेता बुन्देलखंड के हैं तो एक ग्वालियर से।
मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में नए चेहरों को भरपूर मौका दिया गया है। इसी बात से पुराने दिग्गज नाराज हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता और बुन्देलखंड के प्रभावशाली नेता मुकेश नायक ने कांग्रेस का हाथ छोड़ते हुए भारतीय जनशक्ति (भाजश) का दामन थाम लिया है। उन्हें भाजश ने पन्ना के पवई विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है।
इसके अलावा छतरपुर के पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह ने कांग्रेस का टिकट ठुकराते हुए हाथी की सवारी कर ली है। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थमा है। बसपा ने सिंह को राजनगर से उम्मीदवार बनाया है। इसी इलाके से पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह ने भी कांग्रेस को छोड़ दिया है। उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार छतरपुर के महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बुन्देलखंड के इन तीन दिग्गजों की ही तरह सिंधिया परिवार के करीबी रहे पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ल ने भी कांग्रेस से किनारा कर लिया है। उन्होंने बसपा की सदस्यता ग्रहण की है। बसपा ने शुक्ल को ग्वालियर दक्षिण से मैदान में उतारने का निर्णय भी ले लिया है। इन्हीं नेताओं की तरह कई और कांग्रेस के नेता भी बगावत की तैयारी में है।
कांग्रेस में मची इस भगदड़ के सवाल पर पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि इन स्थितियों में एक दो दिन में बदलाव आएगा और माहौल शान्त हा जाएगा। आगामी चुनाव में कांग्रेस अपना संघर्ष जारी रखेगी और सरकार बनाने में कामयाब होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।