'नर्वस नाइंटीज' से बचते दिखे तेंदुलकर
नागपुर, 6 नवंबर (आईएएनएस)। विदर्भ क्रिकेट संघ मैदान पर गुरुवार को अपने करियर का 40वां टेस्ट शतक लगाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर 'नर्वस नाइंटीज' का शिकार होने से बचने के लिए काफी संभलकर खेलते दिखे।
अपनी शतकीय पारी के दौरान तेंदुलकर के दो रूप देखने को मिले। एक वह जिसने महज 65 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 50 रन पूरे कर लिए और दूसरा वह जिसने अगले 50 रन बनाने के लिए 99 गेंदों का सामना किया।
इसमें कोई शक नहीं कि 24 जनवरी 2008 को एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 153 रनों की पारी के माध्यम से अपना 39वां शतक पूरा करने वाले तेंदुलकर अपने 40 वें शतक के लिए बेकरार थे।
यही कारण है कि 90 से 100 रनों के बीच में उन्होंने लगभग 35 गेंदों का सामना किया। तेंदुलकर ने हालांकि अपना शतक चौके के साथ पूरा किया लेकिन उससे पहले उन्होंने 99 के व्यक्तिगत स्कोर पर 13 गेंदों का सामना किया।
बहरहाल, तेंदुलकर ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना 10वां टेस्ट शतक पूरा किया। इस वर्ष यह उनका तीसरा शतक है। इस वर्ष 24 जनवरी को एडिलेड में 153 रन बनाने के अलावा तेंदुलकर ने 2 जनवरी को सिडनी में 154 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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