क्षेत्रीयता के नाम पर मची मार काट से चिंतित हैं उपराष्ट्रपति
मुंबई, 4 नवंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर हुए हमलों और कुछ उत्तर भारतीय राज्यों में महाराष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर उपराष्ट्रपति डा. हामिद अंसारी ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि लोगों के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को खतरा पैदा हो गया है।
वर्ष 2008 के लिए जमनालाल बजाज पुरस्कारों के वितरण के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए अंसारी ने कहा, "देश के विभिन्न क्षेत्रों में यह प्रवृत्ति न फैले, इसके लिए हमें लोगों को समझाने के प्रयास करने चाहिए।"
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के शब्दों को याद करते हुए उन्होंने कहा, "लोगों को हमेशा अपने मन में देश की एकता को भावुकता से महसूस करना चाहिए। समय आ गया है कि लोगों को देश के सभी हिस्सों को इसी नजर से देखना चाहिए।"
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इसकी शुरुआत मुंबई से नहीं हो सकती। मुंबई हमारे देश की पहचान है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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