भूजल आकलन एवं प्रबंधन प्रणाली 9 राज्यों में लागू
नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। भूजल आकलन एवं प्रबंधन प्रणाली (जेम्स)भूजल प्रबंधन का एक समेकित उपाय है जिसे जल संसाधन मंत्रालय में केंद्रीय भूजल बोर्ड के लिए जल विज्ञान परियोजना के अंतर्गत विकसित किया गया है। इसे नौ राज्यों में पूरी तरह लागू कर दिया गया है। इस प्रकार इसके दायरे में 191 स्थानों पर 475 उपयोगकर्ता आ गए हैं।
नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। भूजल आकलन एवं प्रबंधन प्रणाली (जेम्स)भूजल प्रबंधन का एक समेकित उपाय है जिसे जल संसाधन मंत्रालय में केंद्रीय भूजल बोर्ड के लिए जल विज्ञान परियोजना के अंतर्गत विकसित किया गया है। इसे नौ राज्यों में पूरी तरह लागू कर दिया गया है। इस प्रकार इसके दायरे में 191 स्थानों पर 475 उपयोगकर्ता आ गए हैं।
जेम्स के अंतर्गत भूजल-भौतिकी अन्वेषण, जल की गुणवत्ता का अध्ययन, बोर होल, वर्षा, मौसम संबंधी आंकड़ों आदि से संबंधित कार्य किए जाते हैं। इस परियोजना को विश्व बैंक सहायता प्रदान कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि जनसंख्या में वृद्धि, शहरीकरण और जीवन स्तर ने पानी की मांग में कई गुना इजाफा कर दिया है। सिंचाई, घरेलू और औद्योगिक उपयोग में पानी की खपत बढ़ रही है। इसके साथ ही पानी की गुणवत्ता में लगातार कमी आ रही है।
वायु के बाद जल ही अत्यंत महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है, जिस पर जीवन निर्भर है। इसीलिए भूजल प्रवाह का आकलन, भूजल वाले स्थानों की निशानदेही और प्रदूषण के प्रभाव का विश्लेषण करना आवश्यक हो गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।