कर्ज सीमा में वृद्धि को बैंक तैयार : चिदंबरम
नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि वित्तीय व्यवस्था में पर्याप्त नकदी उपलब्ध करा दी गई है और अब बैंक उचित दर पर कर्ज देने में वृद्धि के लिए कदम उठाएंगे।
मंगलवार को बैंकों के कार्यकारी प्रमुखों के साथ बैठक के बाद वित्तमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, "हमें वाणिज्यिक बैंकों से कुछ उत्साहवर्धक निर्णय की आशा है।"
चार घंटे की बैठक के बाद चिदंबरम ने कहा कि कर्ज के तीन चरण होते हैं-नकदी, ब्याज दर और वास्तविक कर्ज का भुगतान। हमें देखना है कि कैसे बैंक इन तीनों स्तरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक छोटे और मंझोले सहित सभी प्रकार के उद्यमों के लिए कर्ज सीमा बढ़ाने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही नकदी की उपलब्धता पर हर समय निगरानी रखी जा रही है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तमंत्री के इस बयान पर तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में वह ब्याज दरों में कटौती के लिए विचार कर रहा है।
स्टेट बैंक के अध्यक्ष ओ.पी. भट्ट ने संवाददाताओं से कहा कि आज की बैठक के बाद हमारी विशेष समिति ब्याज दरों पर फिर से विचार करेगी। इसमें कम से कम 0.25 प्रतिशत से 0.50 प्रतिशत की कटौती हो सकती है।
वित्तमंत्री ने बताया कि नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) भी रियल्टी सेक्टर को 100 अरब रुपये का कर्ज देगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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