पुलिस ने ली बेकसूर छात्र की जान
हरियाणा पुलिस की गोली से भिवानी के पास रविवार रात एक बेकसूर छात्र पुलिस कार्रवाई में मारा गया। राज्य सरकार ने इस घटना की मेजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दे दिए हैं। पुलिस इसे 'गलत पहचान' का मामला बता रही है।
22 वर्षीय कुलदीप नाम के इस छात्र को पुलिस ने गैंगस्टर समझकर अपनी गोली का शिकार बना दिया। कुलदीप यहां के वैश कालेज में स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र था। वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी करके जब घर लौट रहा था तो पुलिसकर्मियों ने उसके सिर पर गोली मार दी।
कुलदीप के भाई का कहना है कि पुलिसवालों ने उसे बहुत करीब से गोली मारी जबकि मेरा भाई निहत्था था। उसकी क्या गलती थी जो पुलिस से उसे अपनी गोली का निशाना बनाया।
इस घटना से नाराज कुलदीप के परिजनों ने क्लाक टावर के नजदीक पुलिस थाने का घेराव किया और वहां खड़ी एक मोटरसाइकिल को आगे के हवाले कर दिया। गुस्साई भीड़ ने पुलिस थाने पर जमकर पथराव भी किया।
वे इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। इस घटना को लेकर पूरे शहर में तनाव में है।
कुलदीप के एक मित्र हुकुम सिंह ने बताया कि वो अपनी मोटरसाइकिल से घर की ओर लौट रहे थे कि इतने में पुलिस की दो गाड़ियां आईं। दो तीन पुलिसकर्मी गाड़ी से बाहर निकले और उन्होंने कुलदीप के सिर पर गोली मार दी। उसका कहना है कि पुलिसवाले नशे में थे।
भिवानी
के
पुलिस
उपाधीक्षक
राम
अवतार
का
कहना
है
कि
पुलिस
ने
गलती
से
कुलदीप
को
निशाना
बनाया।
उन्होंने
बताया
कि
पुलिस
के
पास
जानकारी
थी
कि
दारा
सिंह
नाम
का
एक
गैंगस्टर
उस
क्षेत्र
में
घूम
रहा
है।
पुलिस
ने
कुलदीप
को
दारा
सिंह
समझ
उसका
एंकाउंटर
कर
दिया।