चांद के करीब पहुंच रहा चंद्रयान-1
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक एस सतीश के मुताबिक चंद्रयान की उच्च तरल मोटर (लिक्वि ड एपॅजी मोटर, एलएएम) को मंगलवार सुबह पांच बजे दागा जाएगा और पांच मिनट के बाद चंद्रयान चंद्रमा की सतह के करीब 500 किलोमीटर नजदीक और पृथ्वी की सतह से 384,000 किलोमीटर दूर चला जाएगा।
इस जटिल प्रक्रिया को इसरो के बेंगलुरू से 40 किमी. दूर बिलालू में स्थित नियंत्रण कक्ष से पूरा किया जाएगा। सतीश ने बताया कि चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के लिए चंद्रयान को शनिवार (आठ नवंबर) को अतिरिक्त वेग प्रदान किया जाएगा। इसके बाद यान चंद्रमा से 100 किमी. दूर अपनी निर्धारित कक्षा में प्रवेश करेगा।
चंद्रयान
29
अक्टूबर
से
ही
पृथ्वी
की
कक्षा
में
चक्कर
लगा
रहा
है।
कक्षा
की
पृथ्वी
से
अधिकतम
दूरी
267,000
किमी.
और
न्यूनतम
दूरी
465
किमी.
है।
चंद्रयान-1
को
श्रीहरिकोटा
के
प्रक्षेपण
केंद्र
से
22
अक्टूबर
को
प्रक्षेपित
किया
गया
था।