'सामंजस्य का अनुपम उदाहरण है बराम ओबामा का व्यक्तित्व' (विशेष साक्षात्कार)
शिकागो, 3 नवंबर (आईएएनएस)। बराक ओबामा अगर मंगलवार को राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत जाते हैं तो दुनिया अमेरिका को एक अलग अंदाज में देखेगी और ऐसा इसलिए क्योंकि ओबामा के व्यक्तित्व में न केवल सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता है बल्कि वे गजब का सामंजस्य बिठाने में भी माहिर हैं।
ओबामा को चूंकि भारतीय व्यंजन पसंद हैं इसलिए हो सकता है कि आने वाले दिनों में व्हाइट हाउस मेनू में दाल भी शामिल कर लिया जाए। यह कहना है नई दिल्ली में जन्मे और अमेरिकी सीनेट के लिए ओबामा के अभियान के नीति निदेशक रहे राजा कृष्णमूर्ति का।
कृष्णमूर्ति ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा, "उनमें यह अद्वितीय क्षमता है कि वे मुद्दे की बात को बहुत जल्द पकड़ लेते हैं और ऐसा फैसला लेते हैं जो सर्वमान्य हो। इस तरह की क्षमता सभी में नहीं होती।"
ओबामा को पसंद करने वाले कृष्णमूर्ति इन दिनों इलिनोइस राज्य खजांची कार्यालय में उप कोषाध्यक्ष हैं। कृष्णमूर्ति की ओबामा से पिछले 10 वर्षो से दोस्ती है।
कृष्णमूर्ति ने कहा, "राष्ट्रपति बनने के बाद भी ओबामा में व्यक्ति के स्तर पर कोई परिवर्तन नहीं होगा। जब वे इलिनोइस के सीनेटर थे कमोबेश वे वैसा ही रहेंगे। उनके हृदय में आम लोगों के प्रति सम्मान है और वे उनके लिए अंत तक बिना थके काम करते रहते हैं, ऐसा मैंने व्यक्तिगत रूप से देखा और पाया है।"
कृष्णमूर्ति ने ओबामा के बारे में कहा, "वे काफी शांतचित्त व्यक्ति हैं। वह किसी भी मुद्दे को बहुत जल्द हल कर लेते हैं। वे किसी भी समस्या को गंभीरता से लेते हैं और उस पर खुले दिमाग से विचार कर समग्रता में सोचते हैं। इसी वजह से वे चाहते हैं कि उनके सलाहकार उन्हें जितना संभव हो सके उतने तथ्य मुहैया कराएं।"
कृष्णमूर्ति ने कहा कि ओबामा को अंतर्राष्ट्रीय मामलों की गहरी पकड़ है। उन्हें काफी कम उम्र से कई संस्कृतियों को देखने-समझने का अवसर मिला है, ऐसे में वर्तमान हालात में उनका नेतृत्व अमेरिका के लिए काफी हितकारी रहेगा।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि ओबामा के राष्ट्रपति बनने पर व्हाइट हाउस की विदेश नीति में सहज बदलाव आएगा। उन्होंने कहा, "अगर व्हाइट हाउस मेनू में दाल को शामिल किया जाएगा तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।