सूचना देने में कोताही ने बरतें अधिकारी : प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को इस बात पर संतोष जताया कि आम लोग अब 'सूचना के अधिकार' के महत्व को समझने लगे हैं और उसका लाभ ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि सूचना अधिकारी न सिर्फ अधिक से अधिक जानकारियों का खुलासा करें बल्कि प्रक्रियात्मक अड़चनों को दूर करने का भी प्रयास करें।
सूचना आयुक्तों के तीसरे वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे इस बात की खुशी है कि मीडिया रिपोर्टों में बताया जाता है कि सूचना के अधिकार का फायदा आम जन को मिल रहा है। यह संतोष की बात है कि इस कानून के चलते सूचना का प्रवाह अब सरकारी अधिकारियों से आम जनता तक पहुंच गया है।"
उन्होंने कहा, "इस दिशा में सरकारी अधिकारियों को अभी और रास्ते तय करने हैं। उन्हें अधिक से अधिक जानकारियों का खुलासा करना चाहिए।"
सम्मेलन में नेपाल और श्रीलंका के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कानून के क्रियान्वयन में अभी भी कुछ खामियां हैं जिन्हें दुरुस्त करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर सूचना के अधिकार कानून से जुड़े कर्मचारियों व अधिकारियों के प्रशिक्षण पर उचित ध्यान नहीं दिया है और न ही वहां रिकार्ड प्रबंधन तंत्र को मजबूत किया गया है। प्रधानमंत्री ने कानून के प्रवाधानों के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर आम जनता से भी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा, "हमारे नागरिकों को यह बात समझना चाहिए कि लोकतंत्र का मतलब सिर्फ अपने अधिकारों को जानना नहीं है बल्कि अपनी जिम्मेदारियों को समझना भी है। लोकतंत्र का मतलब यह नहीं है कि इससे सिर्फ लाभ मिले बल्कि इसका मतलब यह भी है कि इससे राष्ट्र निर्माण में मदद मिले।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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