आर्थिक विकास और वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा होगी : प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि देश के आर्थिक विकास और वित्तीय प्रणाली को वैश्विक अर्थव्यवस्था में आए अभूतपूर्व संकट से सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने दुनिया की आर्थिक हालत को असामान्य बताते हुए भारतीय उद्योगपतियों से बिना सोचे समझे बड़े पैमाने पर छंटनी जैसी कार्रवाइयों से बचने को कहा।
शीर्ष औद्योगिक संगठनों के प्रमुखों के साथ साउथ ब्लाक स्थित अपने कार्यालय में बैठक के दौरान सोमवार को मनमोहन सिंह ने कहा कि हाल के हफ्तों में वैश्विक वित्तीय संकट का प्रभाव कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं और देश के आर्थिक विकास को सुरक्षित रखने के लिए कई अन्य आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
मनमोहन सिंह ने वैश्विक आर्थिक स्थिति को असामान्य बताते हुए कहा कि हमें लगातार सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा हो रही है तथा आवश्यकता पड़ने पर और ज्यादा कदम उठाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से कहा, "जबकि लागत घटाने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए हर प्रयास की जरूरत है, मुझे आशा है कि बिना सोचे समझे बड़े पैमाने पर छंटनी जैसी कार्रवाई नहीं होगी। इसका काफी अधिक नकारात्मक प्रभाव हो सकता है।"
प्रधानमंत्री के अनुसार उनके नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की पहली प्राथमिकता भारतीय वित्त प्रणाली को विश्वास की कमी या बाहरी प्रभाव से होने वाले संभावित नुकसान से बचाने की थी।
उन्होंने कहा, "मुझे यह कहते हुए खुशी है कि हमारे बैंकों के सामने परिसंपत्तियों के प्रत्यक्ष जोखिम की समस्या काफी कम है। हमारे बैंक अच्छी तरह विनियमित हैं और उनमें पर्याप्त पूंजी है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक आर्थिक संकट का सामना करते समय उद्योग जगत को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को भी निभाने की बात अवश्य ध्यान में रखनी चाहिए। सरकार और उद्योग सच्ची साझेदारी की भावना के साथ काम करके सामने आए संकट का सामना कर सकते हैं।
बैठक में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर, कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के अध्यक्ष के. वी. कामथ और एसोचैम के अध्यक्ष सज्जन जिंदल को आमंत्रित किया गया।
बैठक में अंबानी बंधु मुकेश और अनिल, भारतीय एयरटेल के सुनील मित्तल, डीएलएफ अध्यक्ष के.पी. सिंह और इंफोसिस के सह-अध्यक्ष नंदन नीलकेणी भी आमंत्रित थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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