हरियाणा पुलिस ने 'गलती से' ले ली बेकसूर छात्र की जान
भिवानी, 3 नवंबर (आईएएनएस)। हरियाणा में भिवानी के निकट रविवार रात एक बेकसूर छात्र पुलिस कार्रवाई में मारा गया। राज्य सरकार ने इस घटना की मेजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दे दिए हैं। पुलिस इसे 'गलत पहचान' का मामला बता रही है।
भिवानी, 3 नवंबर (आईएएनएस)। हरियाणा में भिवानी के निकट रविवार रात एक बेकसूर छात्र पुलिस कार्रवाई में मारा गया। राज्य सरकार ने इस घटना की मेजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दे दिए हैं। पुलिस इसे 'गलत पहचान' का मामला बता रही है।
22 वर्षीय कुलदीप नाम के इस छात्र को पुलिस ने गैंगस्टर समझ अपनी गोली का शिकार बनाया।
कुलदीप यहां के वैश कालेज में स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र था। उसकी जल्द ही शादी होने वाली थी। वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी करके जब घर लौट रहा था तो पुलिसकर्मियों ने उसके सिर पर गोली मार दी।
कुलदीप के एक मित्र हुकुम सिंह ने बताया, "हम अपनी मोटरसाइकिल से घर की ओर लौट रहे थे कि इतने में पुलिस की दो गाड़ियां आईं। दो तीन पुलिसकर्मी गाड़ी से बाहर निकले और उन्होंने कुलदीप के सिर पर गोली मार दी। पुलिसवाले नशे में थे।"
कुलदीप के भाई ने कहा, "पुलिसवालों ने उसे बहुत करीब से गोली मारी जबकि मेरा भाई निहत्था था। उसकी क्या गलती थी जो पुलिस से उसे अपनी गोली का निशाना बनाया।"
इस घटना से नाराज कुलदीप के परिजनों ने क्लाक टावर के नजदीक पुलिस थाने का घेराव किया और वहां खड़ी एक मोटरसाइकिल को आगे के हवाले कर दिया। गुस्साई भीड़ ने पुलिस थाने पर जमकर पथराव भी किया। वे इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
इस घटना को लेकर पूरे शहर में तनाव में है। कुलदीप की मौत के बाद राज्य सरकार की खूब किरकिरी हुई। अलबत्ता सरकार ने मामले की मैजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए हैं।
इस बीच, भिवानी के पुलिस उपाधीक्षक राम अवतार ने कहा कि पुलिस ने गलती से कुलदीप को निशाना बनाया। उन्होंने आईएएनएस को बताया, "हमारे पास जानकारी थी कि दारा सिंह नाम का एक गैंगस्टर उस क्षेत्र में घूम रहा है। पुलिस ने कुलदीप को दारा सिंह समझ गोली दाग दी।"
भिवानी के पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कुलदीप की हत्या में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडा पर आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस वालों को आतंक मचाने की खुली छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि हुडा सरकार के कार्यकाल में अब तक फर्जी मुठभेड़ की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*