मंगलवार को चांद से महज 500 किमी. दूर होगा चंद्रयान-1
बेंगलुरू, 3 नवंबर (आईएएनएस)। भारत का पहला मानवरहित अंतरिक्ष यान चंद्रयान-1 मंगलवार सुबह पृथ्वी की कक्षा से निकलकर खुले अंतरिक्ष में चंद्रमा के और अधिक निकट पहुंच जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक एस. सतीश ने आईएएनएस को बताया कि चंद्रयान की उच्च तरल मोटर (लिक्वि ड एपॅजी मोटर, एलएएम) को मंगलवार सुबह पांच बजे दागा जाएगा और पांच मिनट के बाद चंद्रयान चंद्रमा की सतह के करीब 500 किलोमीटर नजदीक और पृथ्वी की सतह से 384,000 किलोमीटर दूर चला जाएगा।
इस जटिल प्रक्रिया को इसरो के बेंगलुरू से 40 किमी. दूर बिलालू में स्थित नियंत्रण कक्ष से पूरा किया जाएगा।
सतीश ने बताया कि चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के लिए चंद्रयान को शनिवार (आठ नवंबर) को अतिरिक्त वेग प्रदान किया जाएगा। इसके बाद यान चंद्रमा से 100 किमी. दूर अपनी निर्धारित कक्षा में प्रवेश करेगा।
चंद्रयान 29 अक्टूबर से ही पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगा रहा है। कक्षा की पृथ्वी से अधिकतम दूरी 267,000 किमी. और न्यूनतम दूरी 465 किमी. है।
गौरतलब है कि चंद्रयान-1 को श्रीहरिकोटा के प्रक्षेपण केंद्र से 22 अक्टूबर को प्रक्षेपित किया गया था। इसमें छह विदेशी उपकरणों सहित कुल 11 वैज्ञानिक उपकरण लगे हैं। इनमें अमेरिका के दो, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के तीन और बुल्गारिया का एक उपकरण शामिल है। अन्य पांच का डिजाइन और निर्माण इसरो ने किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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