विश्व जूनियर मुक्केबाजी : नैनासिंह ने रचा इतिहास (लीड-1)
ग्वाडालाजारा (मैक्सिको), 2 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के थॉकचोम नैनासिंह ने शनिवार को विश्व युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 48 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
फाइनल मुकाबले में 18 वर्षीय नैनासिंह ने रूस के मुक्केबाज ग्रेगरी निकोलेचुके को 15-5 से पराजित किया। भारत के किसी मुक्केबाज ने पहली बार विश्व जूनियर मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक हासिल किया है।
राष्ट्रमंडल युवा खेलों के स्वर्ण पदक विजेता नैनासिंह ने पहले दौर के बाद 4-3 की बढ़त बना ली थी। इसके बाद उनका हौसला इतना बढ़ा की उन्होंने दूसरे दौर के बाद अपनी बढ़त को 10-4 कर लिया। आखिरी दो दौर में नैनासिंह जहां पांच अंक बटोरने में सफल रहे वहीं निकोलेचुके को केवल एक अंक मिला।
फ्रांस के बेकू जेरेमी को 14:4 से पराजित करके फाइनल में स्थान बनाने वाले नैनासिंह भारत के लिए चैंपियनशिप में एकमात्र पदक विजेता रहे। भारत के सात मुक्केबाजों ने चैंपियनशिप में हिस्सा लिया।
भारतीय टीम ने कुल 15 अंकों के साथ नौवां स्थान हासिल किया। इस चैंपियनशिप में अलग-अलग भार वर्ग की 11 स्पर्धाएं आयोजित की गईं, जिसमें 1990-91 में जन्में 58 देशों के कुल 287 मुक्केबाजों ने शिरकत किया।
नैनासिंह हैदराबाद में स्थित सेना के आर्टिलरी सेंटर के आर्मी ब्वायज स्कूल कंपनी में काम करते हैं। नैना ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।