कुंबले ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा
नई दिल्ली, 2 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान अनिल कुंबले ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
राजधानी के फिरोजशाह कोटला मैदान पर आस्ट्रेलिया के साथ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के अंतिम दिन कुंबले ने क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की। इस संबंध में औपचारिक घोषणा मैच समाप्त के बाद की जाएगी।
इस घोषणा के बाद भारतीय टीम नागपुर के विदर्भ क्रिकेट संघ मैदान पर छह नवंबर से आस्ट्रेलिया के साथ खेले जाने वाले चौथे टेस्ट मैच में कुंबले के बगैर ही उतरेगी।
वर्ष 1990 में इंग्लैंड के मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले कुंबले ने भारत के लिए 132 टेस्ट मैच खेलते हुए 29.59 के औसत से कुल 619 विकेट बटोरे।
कुंबले ने टेस्ट मैचों में 2461 रन भी बनाए हैं। उनके खाते में एक शतक और पांच अर्धशतक हैं। इसके अलावा उन्होंने 59 कैच भी लिए हैं।
विकेटों के लिहाज से वे दुनिया के तीसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं। उनसे आगे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (756) और आस्ट्रेलिया के शेन वार्न (708) हैं। कुंबले भारत के सबसे सफल टेस्ट और एकदिवसीय गेंदबाज हैं।
कुंबल ने 19 मार्च 2007 को पोर्ट ऑफ स्पेन में अपने करियर का आखिरी एकदिवसीय मैच खेला था। उन्होंने 271 मैचों में 337 विकेट लिए हैं।
कोटला टेस्ट के तीसरे दिन कुंबले के बाएं हाथ की छोटी अंगुली बुरी तरह चोटिल हो गई थी। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा था। इसके बावजूद वे हांथ में पट्टी बांधकर चौथे दिन मैदान में उतरे और दो विकेट झटके।
ऐसा कहा जा रहा है कि कुंबले चोट के कारण क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं लेकिन सच क्या है इसका खुलासा मैच के बाद ही हो सकेगा, जब खुद कुंबले पत्रकारों के सवालों का जवाब देंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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