भारत ने श्रीलंका को तमिलों को और अधिकार देने की सलाह दी
नई दिल्ली, 2 नवंबर (आईएएनएस)। भारत ने श्रीलंका से कहा है कि यदि वह जातीय संघर्ष की समाप्ति और अल्पसंख्यकों को सत्ता में साझेदारी देने के प्रति गंभीर है तो उसे कृषि और शिक्षा जैसे मामलों के अधिकार स्थानीय प्रशासन को सौंप देने चाहिए।
नई दिल्ली, 2 नवंबर (आईएएनएस)। भारत ने श्रीलंका से कहा है कि यदि वह जातीय संघर्ष की समाप्ति और अल्पसंख्यकों को सत्ता में साझेदारी देने के प्रति गंभीर है तो उसे कृषि और शिक्षा जैसे मामलों के अधिकार स्थानीय प्रशासन को सौंप देने चाहिए।
भारत ने श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के भाई और उनके सलाहकार बासिल राजपक्षे को यह भी स्पष्ट कर दिया कि निकट भविष्य में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के ऊपर सैनिक विजय हासिल करना असंभव है।
बासिल राजपक्षे पिछले सप्ताह भारत के दौरे पर आए थे। उन्होंने विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के. नारायणन के साथ वार्ता की थी।
श्रीलंका सरकार को लिट्टे के खिलाफ सैनिक अभियान रोकने के लिए सीधे नहीं कहते हुए भारत ने पूर्वी प्रांत में अल्पसंख्यकों को सत्ता के अधिकार सौंपने की धीमी गति पर असंतोष प्रकट किया।
राजपक्षे को बता दिया गया है कि समस्या के राजनीतिक हल के लिए यदि श्रीलंका गंभीर है तो उसे पूर्वी प्रांत को कृषि, शिक्षा, सिंचाई, वित्त और पुलिस जैसे मामलों में पूरी स्वायत्तता देनी होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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