पश्चिम बंगाल में रखी गई जेएसडब्ल्यू स्टील संयंत्र की आधारशिला (लीड-1)
सलबोनी (पश्चिम बंगाल), 2 नवंबर (आईएएनएस)। सिंगुर से टाटा मोटर्स की 'नैनो' परियोजना को हटाए जाने के करीब एक माह बाद रविवार को जेएसडब्ल्यू स्टील परियोजना की आधारशिला रखी गई। इस कदम को राज्य में औद्योगिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कोलकाता से करीब 150 किलोमीटर दूर नक्सल प्रभावित इलाके में स्थापित होने वाली इस परियोजना के शिलान्यास के मौके पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। इसमें से अधिकतर राज्य में सत्ताधारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के समर्थक थे। इस एक लाख टन क्षमता वाली स्टील परियोजना की आधारशिला मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने रखी।
इस मौके पर जेएसडब्ल्यू बंगाल स्टील के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा, "वर्ष 2012 तक परियोजना से 30 लाख टन स्टील का उत्पादन शुरू हो जाएगा। वर्ष 2015 तक 90 लाख टन और 2020 तक एक लाख टन स्टील का उत्पादन होने लगेगा।"
जेएसडब्ल्यू बंगाल स्टील में जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड की 89 फीसदी भागीदारी होगी जबकि बाकी 11 फीसदी हिस्सेदारी राज्य सरकार के पास होगी।
राज्य में नैनो परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर उठे विवाद के बाद मुख्यमंत्री भट्टाचार्य ने कहा, "हमने यहां जमीन की समस्या का समाधान कर लिया है। परियोजना के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। स्टील परियोजना के अलावा यहां बिजली और सीमेंट परियोजना भी लगेगी। इस परियोजना से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तरीके से 10 से 12 हजार लोगों को रोजगार मिलेगी।"
करीब 350 अरब रुपये की लागत वाली इस परियोजना की स्थापना राज्य के पिछड़े जिले में 4,800 एकड़ जमीन पर की जाएगी। जेएसडब्ल्यू बंगाल स्टील ने 4,300 एकड़ बंजर भूमि सरकार से और बाकी जमीन सीधे किसानों से खरीदी है।
उन्होंने कहा कि सलबोनी परियोजना को सफल बानने की जिम्मेदारी सरकार के साथ-साथ यहां के लोगों पर भी है। उन्होंने कहा कि यहां के लोग सिंगुर की तुलना में ज्यादा सहयोगी हैं।
सज्जन ने कहा कि परियोजना से स्थानीय लोगों को काफी फायदा होगा। परियोजना के लिए जमीन देने वाले 80 फीसदी से अधिक लोगों को स्टील संयंत्र में नौकरी के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जमीन देने वाले हर परिवार के एक सदस्य को कंपनी में स्थाई नौकरी दी जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।