नकदी बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक ने महत्वपूर्ण दरों में कटौती की (लीड-1)
मुंबई, 1 नवंबर (आईएएनएस)। देश में उद्योगों और आम नागरिकों को कम ब्याज दर पर ऋण और बैंकों को 400 अरब डॉलर की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक ने शनिवार को ब्याज दर में कटौती करने के साथ ही नकद सुरक्षित अनुपात में भी कमी की है।
रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की कमी करके उसे 7.5 प्रतिशत कर दिया है। नकद सुरक्षित अनुपात (सीआरआर) की दर में एक फीसदी की कटौती करके उसे 5.5 प्रतिशत किया गया है। इसके साथ ही सांविधिक तरलता अनुपात (एसएलआर) में एक फीसदी की कमी करके उसे 24 प्रतिशत कर दिया गया है।
रेपो दर रिजर्व बैंक द्वारा व्यावसायिक बैंकों से वसूली जाने वाली ब्याज दर है। सीआरआर बैंकों के पास रखे जानी वाली अनिवार्य नकदी की दर है। एसएलआर वह मात्रा है जिसे ये संस्थान सरकारी परिसम्पत्तियों के रूप में सुरक्षित रखते हैं।
रेपो दर में कटौती तीन नंवबर से लागू होगी। सीआरआर में कटौती 25 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह और आठ नवंबर से दो चरणों में बराबर- बराबर लागू होगी। एसएलआर में कटौती भी आठ नवंबर से लागू होगी।
रिजर्व बैंक को आशा है सीआरआर में कटौती से बैंकों के पास करीब 400 अरब रुपये (8.5 अरब डॉलर) की अतिरिक्त रकम उपलब्ध हो जाएगी।
रिजर्व बैंक के इस कदम का उद्योग और व्यापार जगत ने तुरंत स्वागत किया है। उम्मीद है कि बैंक अब अपनी ब्याज दरें कुछ कमी करेंगे जिससे भारतीय उद्योग जगत को अपनी निवेश योजनाओं को पूरा करने में आसानी होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*