छत्तीसगढ़ में भाजपा ने एक भी मुस्लिम, सिख व सिंधी को नहीं दिया टिकट
रायपुर, 1 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने (भाजपा) मुस्लिम, सिख और सिंधी समाज के एक भी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "मुस्लिमों को टिकट न देना तो समझ में आता है लेकिन सिख और सिंधी समुदाय के किसी उम्मीदवार को टिकट ने देना बेहद आश्चर्यजनक है। क्योंकि ये दोनों ही समुदाय भाजपा के पारम्परिक वोटर हैं।"
पूर्व मंत्री व मौजूदा विधायक राजिंन्दरपाल सिंह भाटिया को भी पार्टी ने इस दफा टिकट नहीं दिया। वे सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। रायपुर से सिंधी समाज के बड़े नेता श्रीचंद सुंदरानी को भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया है।
छत्तीसगढ़ की आबादी लगभग दो करोड़ है। इसमें से 32 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति की है। इनके लिए राज्य विधानसभा में 29 सीटें आरक्षित हैं। जबकि 12 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है। इनके लिए 10 सीटें आरक्षित हैं।
अन्य पिछड़े वर्ग की आबादी 50 फीसदी है। इनमें साहू और कुर्मी जातियों की बहुलता है। शेष छह फीसदी में ऊंची जाति के लोग, सिख और मुस्लिम आते हैं।
पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए 10 महिला, 32 अनुसूचित जनजाति, 11 अनुसूचित जाति और 26 अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
राज्य विधानसभा की 90 सीटों के लिए आगामी 14 और 20 नवम्बर को दो चरणों में चुनाव होने हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।