असम विस्फोट : बांग्लादेश ने भारत के आरोपों का खंडन किया
ढाका, 1 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश सरकार ने असम विस्फोटों की निंदा करते हुए उन्हें 'आतंकवाद की कायराना कार्रवाई' करार दिया है और भारत के इस आरोप को गलत बताया है कि इसके पीछे उसकी सरजमीं से गतिविधियां चलाने वाले हरकत-उल जेहाद-ए इस्लामी (हुजी)का हाथ है।
असम के गुवाहाटी, बारपेटा, कोकराझार और बोंगाइगांव में गुरुवार को हुए सिलसिलेवार 12 बम विस्फोटों में 77 लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा घायल हो गए थे।
भारतीय एजेंसियों ने आरोप लगाया है कि बांग्लादेश से गतिविधियां चलाने वाले प्रतिबंधित इस्लामी संगठन भारत में गुर्गो की मदद से इन हिंसक कार्रवाइयों को अंजाम दे रहे हैं। बांग्लादेश सरकार ने इस आरोप को गलत बताया है।
बांग्लादेश ने भारत के इस आरोप को भी गलत बताया है कि भारत के पूवरेत्तर क्षेत्र के बहुत से आतंकवादी बांग्लादेश में पनाह लेकर ऐसी गतिविधियां चला रहे हैं और उन्होंने व्यापार और उद्योग में निवेश भी किया है।
समाचार पत्र 'डेली स्टार' में शनिवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है, "दुर्भाग्यवश जब कभी भी भारत में कोई बम विस्फोट होता है, अक्सर राज्य सरकार और यहां तक कि केंद्र सरकार किसी बांग्लादेशी संगठन की ओर से उंगली उठाने से नहीं चूकती।"
समाचार पत्र लिखता है कि भारत सरकार को इस संबंध में बांग्लादेश सरकार को ठोस सबूत देने चाहिए।
बांग्लादेश की सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस ने विदेश मंत्री इफ्तिखार अहमद चौधरी के हवाले से कहा, "राजनीतिक फायदों का माध्यम हिंसा हरगिज नहीं हो सकता। दुख की इस घड़ी में बांग्लादेश अपने पड़ोसी भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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