छठ के लिए चूल्हे बना रहे हैं मुस्लिम कारीगर
पटना, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। सूर्यदेव की उपासना से जुड़ा उत्तर भारत के पावन पर्व छठ में 'खरना' के दिन प्रसादस्वरूप बनने वाली 'खीर' मिट्टी के चूल्हे पर बनाई जाती हैं। बिहार में यह चूल्हा धार्मिक सद्भाव का प्रतीक बन चुका है। दरअसल पटना में इन दिनों कई मुस्लिम परिवार पवित्रता से ये चूल्हे बना रहे हैं।
चूल्हे बनाने वाले इन मुस्लिम परिवारों को हिन्दुओं की छठ पर्व की आस्था का पूरा ज्ञान है इस कारण वे भी शुद्धता का पूरा ख्याल रख रहे हैं। चूल्हा बनाने वाले ये कारीगर कई दिनों पूर्व से ही मांस-मछली का खाना बंद कर देते हैं। इतना ही नहीं वे इस चूल्हे को बनाने में गंगा जल का ही प्रयोग करते हैं।
पटना के दारोगा राय पथ के किनारे ऐसे ही चूल्हे बनाने वाले कारीगर मोहम्मद मुस्तफा ने आईएएनएस को बताया कि वर्षो से ये काम यहां मुस्लिम समुदाय करता आ रहा है। उन्होंने कहा, "सड़क के किनारे हम लोग चूल्हे बनाते हैं और शुद्घता का ख्याल किस प्रकार रखा जाता है ये सभी देखते हैं।"
चूल्हे बनाने के काम में जुटी खलीदा खातून का कहना है कि इनके निर्माण में गंगा जल का ही प्रयोग किया जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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