असम विस्फोट : आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी, मृतकों की संख्या 77 हुई (राउंडअप)
गुवाहाटी, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। असम में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट की एक अज्ञात आतंकी संगठन 'द इस्लामिक सेक्यूरिटी फोर्स (इंडियन मुजाहिदीन)' ने जिम्मेदारी ली है।
असम में गुरुवार को हुए विस्फोट में 77 लोग मारे गए थे और 300 घायल हो गए थे।
गुवाहाटी में एक स्थानीय टेलीविजन चैनल को भेजे एसएमएस में आतंकी संगठन ने कहा, "हम (आईएसएफ-आईएम) गुरुवार को हुए विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हैं। हम असम और पूरे भारत में इस तरह की स्थिति की चेतावनी देते हैं।"
पुलिस ने पूर्वी असम में उस मोबाइल फोन के संबंध में जानकारी हासिल कर ली जिससे यह एसएमएस भेजा गया। सिम के मालिक की पहचान नासिर अहमद के रूप में की गई है।
पुलिस ने इस नाम के आतंकी संगठन की पुष्टि की है। पुलिस ने कहा कि पश्चिमी असम में इस नाम का संगठन वर्ष 2000 में सक्रिय था और वे मुख्य रूप से बोडो आतंकवादियों को निशाना बनाते थे।
वर्ष 2000 में बोडो जनजातीय आतंकवादियों ने मुसलमानों के खिलाफ अभियान चलाया था।
इस बीच असम विस्फोटों में घायल 13 अन्य लोगों के दम तोड़ देने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 77 हो गई है जबकि पुलिस ने पूछताछ के लिए 15 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
असम के गृह आयुक्त सुभाष दास ने शुक्रवार को बताया, "विभिन्न अस्पतालों में कई घायलों के दम तोड़ देने की वजह से मृतकों की संख्या बढ़कर 77 हो गई है।"
इस बीच धमाकों की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। असम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "मामले की जांच सही दिशा में चल रही है और हम जिम्मेदार लोगों या समूहों का पता लगाने में सफल होंगे।"
केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को गुवाहाटी पहुंचे। यहां कोकराझार में उन्होंने घायलों से भेंट की और हालचाल पूछा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने सुरक्षा के मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शुक्रवार को गुवाहाटी में विस्फोट वाले स्थलों का दौरा किया और अस्पतालों में घायलों से मुलाकात की। हालांकि यहां उन्हें वकीलों के विरोध का सामना करना पड़ा।
वकीलों के एक समूह ने आडवाणी के गुवाहाटी दौरे पर विरोध प्रदर्शित करते हुए कहा कि वे नहीं चाहते कि राजनीतिज्ञ आएं और हालात का राजनीतिकरण करें।
दूसरी ओर आडवाणी ने विस्फोटों के लिए केंद्र और असम सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों का मामला एक बार फिर उठाया।
उल्लेखनीय है कि गुवाहाटी समेत कोकराझार और बोंगाईगांव जिले में गुरुवार को एक घंटे के भीतर 12 बम विस्फोट हुए। गुवाहाटी में छह तथा बारपेटा, कोकराझार और बोंगाईगांव में छह धमाके हुए। इनमें 77 लोग मारे गए और लगभग 300 घायल हो गए। कई घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिश्व शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि घायलों का राज्य के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर घायलों को दिल्ली या अन्य जगहों में भी ले जाया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*