2010 तक मानसिक बीमारियां होंगी सबसे बड़ा खतरा
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा पिछले महीने मानसिक स्वास्थ्य पर जारी एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2010 तक मानसिक बीमारियां देश के लोगों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन जाएंगी।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा पिछले महीने मानसिक स्वास्थ्य पर जारी एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2010 तक मानसिक बीमारियां देश के लोगों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन जाएंगी।
'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंस' (एनआईएमएचएएनएस) के मुताबिक देश भर में दो करोड़ से अधिक लोग गंभीर मानसिक रोगों और पांच करोड़ लोग अपेक्षाकृत कम खतरनाक मानसिक रोगों से पीड़ित हैं।
कुल मिलाकर देश के सात करोड़ से अधिक लोग मानसिक समस्याओं से पीड़ित हैं और उनमें से 50 से 90 फीसदी को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी देश में इन बीमारियों को लेकर जागरुकता की कमी है।
संजीवनी सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ के प्रमुख प्रवीण थापर ने आईएएनएस से कहा, "मानसिक परेशानियां स्वास्थ्य की सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभर रही हैं लेकिन अभी भी इनके बारे में जागरुकता का अभाव है। इसके साथ इतनी भ्रांतियां जुड़ी हैं कि लोग इन्हें सार्वजनिक करने में हिचकिचाते हैं।"
उन्होंने कहा कि अवसाद, आक्रामक व्यवहार, हिस्टीरिया आदि मानसिक रोगों के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान न दिए जाने से बाद में ये गंभीर रूप धारण कर लेते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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