अधूरी रही एचआईवी पीड़ित युवती की आखिरी ख्वाहिश
कोलकाता, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। मिजोरम की एचआईवी से संक्रमित 22 वर्षीय युवती मावी की अपने मां-बाप की बाहों में दम तोड़ने की अंतिम इच्छा अधूरी रह गई।
मावी की बेंगलुरू से विमान बदलकर आइजोल जाने के दौरान मौत हो गई। इसके बाद उसके मित्रों और एयर इंडिया के बीच विवाद उत्पन्न हो गया।
मावी का बेंगलुरू के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। अंतिम समय में घर जाने की इच्छा प्रकट करने पर सोमवार को उसे कोलकाता लाया गया। मंगलवार को स्थानीय एनएससी बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उसका निधन हो गया।
मिजोरम के एक सांसद एच.टी. सांगलियाना द्वारा यह आरोप लगाए जाने पर कि एयर इंडिया ने अमानवीय रवैया अपनाते हुए उसे आइजोल की उड़ान में सवार नहीं होने दिया, विवाद छिड़ गया।
दूसरी ओर एयर इंडिया का कहना है कि उसने नागरिक उड्डयन के महानिदेशक (डीजीसीए) के नियमों के मुताबिक काम किया है, जिसके तहत बीमार और उड़ान में असमर्थ यात्रियों को विमान में सवार होने की अनुमति नहीं है।
सांसद ने आईएएनएस से कहा, "उसे बेंगलुरू के अस्पताल ने उड़ान भरने का प्रमाणपत्र दे रखा था लेकिन एयर इंडिया ने उसे विमान में सवार नहीं होने दिया। उन्होंने दोबारा स्वास्थ्य संबंधी प्रमाण पत्र मांगा, हमने वो भी उपलब्ध कराया लेकिन उन्होंने उसे स्वीकार नहीं किया।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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