हिंदी ब्लॉग पर साध्वी की गिरफ्तारी की चर्चा
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। मालेगांव विस्फोट मामले में 38 वर्षीय साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की गिरफ्तारी की गूंज हिंदी ब्लॉग की दुनिया में भी सुनाई दे रही है। कई ब्लॉग इसे आतंकवाद का नया रूप करार दे रहे हैं, वहीं कुछ साध्वी के समर्थन में भी सामने आ रहे हैं।
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। मालेगांव विस्फोट मामले में 38 वर्षीय साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की गिरफ्तारी की गूंज हिंदी ब्लॉग की दुनिया में भी सुनाई दे रही है। कई ब्लॉग इसे आतंकवाद का नया रूप करार दे रहे हैं, वहीं कुछ साध्वी के समर्थन में भी सामने आ रहे हैं।
'मेरी डायरी' ब्लॉग में 'हिंदू आतंकवाद : एक और साध्वी गिरफ्तार' नामक एक लंबी पोस्ट है। इसमें ब्लॉग संचालक ने लिखा है-"देश में सत्संग की आड़ में किस तरह आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है इसकी साक्षात मिसाल है मालेगांव ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर। यह महिला आतंकवादी अपने भक्तों को नफरत का प्रसाद बांटती थीं। इसके जहरीले भाषणों वाणी वाली सीडी को कई टीवी चैनलों ने दिखाकर बता दिया कि भारत में धर्म के नाम पर किस तरह के कुकर्म किए जा रहे हैं।"
आप 'धर्मयुद्ध' ब्लॉग पर जाएंगे तो इस मसले पर एक पोस्ट पढ़ने को मिलेगी- 'कांग्रेस को भारी पड़ सकती है हिंदू आतंकवाद की अवधारणा'। इस पोस्ट में जैसे इस पूरे प्रकरण को सोची समझी साजिश करार देने की कोशिश की गई है।
एक और ब्लॉग 'विचारधारा' में तो साध्वी का खुलकर समर्थन किया गया है। 'प्रज्ञा सिंह चंबल का गौरव- क्यों कलंकित किया जा रहा है।' इस पोस्ट में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर सवाल उठाते हुए ब्लॉग संचालक ने पूछा है कि आखिर इस मसले पर उसने चुप्पी क्यों साधी है।
एक ब्लॉग ने इस पूरे प्रकरण पर कुछ इस तरह टिप्पणी की है-"मेरा मानना है कि आतंकवाद को मजहब से नहीं जोड़ा जाना चाहिए लेकिन मेरा सवाल यह भी है कि जब इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ा जा सकता है तो हिंदू धर्म को क्यों नहीं? जो लोग इस्लाम को आतंकवाद से जोड़कर मुसलमानों को हमेशा से कटघरे में खड़े करते रहे हैं आज जब हिंदू आतंक की बात हो रही है तो उन्हें कैसा महसूस हो रहा है?"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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