अफगान-पाक कबायली असेंबली में तालिबानी हिंसा पर चर्चा शुरू
इस्लामाबाद, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के राजनेताओं और कबायली नेताओं की बैठक सोमवार को यहां शुरू हुई। बैठक में अमेरिका और उसके सहयोगियों की उस पहल पर चर्चा की जाएगी जिसमें कहा गया है कि तालिबान आतंकवादियों से वार्ता के द्वारा अफगानिस्तान में शांति लाने की नई रणनीति तैयार की जाए।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार वार्ता की शुरुआत करते हुए पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा,"हमें हिंसा का रास्ता छोड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों के साथ बातचीत का रास्ता बंद नहीं करना चाहिए।"
पूर्व अफगान विदेश मंत्री अब्दुल्ला अब्दुल्ला और पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रांत के गवर्नर ओवैस गनी दो दिवसीय बैठक में अपने देश के प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व कर रहे हैं।
इस बैठक को वर्ष 2007 में काबुल में हुई ग्रैंड असेंबली की अगली कड़ी माना जा रहा है, जिसमें सीमा के दोनों ओर फैली पख्तून आबादी में आतंकवादी हिंसा का समाधान खोजने का प्रयास किया गया था।
गौरतलब है कि अफगान विदेशमंत्री रंगिन दादफर स्पांटा ने पिछले हफ्ते इसकी पुष्टि की थी कि सरकार शीघ्र ही सऊदी अरब में एक तालिबान प्रतिनिधि से वार्ता करेगी। उन्होंने जोर दिया कि केवल तालिबान के हिंसा त्यागने और अफगान संविधान स्वीकार करने के बाद ही यह प्रक्रिया जारी रहेगी।
उधर अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में तालिबान ने कहा कि अफगानिस्तान से विदेशी सेनाओं की वापसी के बिना कोई शांति वार्ता नहीं हो सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।