ट्वेंटी-20 से टेस्ट क्रिकेट को खतरा : एमसीसी
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। दुनिया में क्रिकेट की सबसे पुरानी संस्था मेरिलिबोॅन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) की विश्व क्रिकेट समिति ने स्वीकार किया है कि ट्वेंटी-20 की लोकप्रियता ने टेस्ट क्रिकेट को खतरे में डाल दिया है।
खेल वेबसाइट 'यूरोस्पोर्ट डॉट कॉम' के मुताबिक भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान अनिल कुंबले और पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ सहित दुनिया भर की टीमों के कई पूर्व कप्तानों से मिलकर बनी क्रिकेट समिति ने टेस्ट मैचों को लोकप्रिय बनाने और ट्वेंटी-20 मैचों को नियंत्रित करने पर बल दिया है।
समिति के सदस्य और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शॉन पोलक ने कहा कि टेस्ट मैचों के जरिए ही क्रिकेटरों की असल परीक्षा होती है लिहाजा इसे बचाना क्रिकेट की सबसे पुरानी संस्था की जिम्मेदारी है।
बकौल पोलॉक, "हमें टेस्ट क्रिकेट की गिरती साख को बचाने का प्रयास करना होगा। साथ ही साथ हमें ट्वेंटी-20 को नियंत्रित करने के लिए भी कदम उठाने होंगे। क्रिकेट की पहचान टेस्ट मैचों से है। पिछले कुछ वर्षो में ट्वेंटी-20 की लोकप्रियता के कारण दर्शकों का टेस्ट क्रिकेट के मोहभंग हुआ है। यह स्थिति अच्छी नहीं है।"
पिछले दो साल में ट्वेंटी-20 क्रिकेट ने जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। इसी दौरान आईसीएल, आईपीएल, स्टैनफोर्ड सुपर सीरीज, ट्वेंटी-20 विश्व कप और ट्वेंटी-20 चैंपियंस लीग जैसी अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित हो चुकी हैं।
एमसीसी की समिति ने अपनी विज्ञप्ति में कहा कि वह ट्वेंटी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता और उससे होने वाले वित्तीय लाभ को लेकर खुश है लेकिन कुल मिलाकर उसका मुख्य लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट की साख बचाना है।
एमसीसी के मुताबिक वह जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और क्रिकेट खेलने वाले तमाम देशों के साथ एक बैठक करेगी जिसके जरिए इस मुद्दे का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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