फसल बेचने में जल्दबाजी न करें कपास किसान : वाघेला
अहमदाबाद, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। कपड़ा मंत्री शंकर सिंह वाघेला ने कपास किसानों से अपील की है कि वे फसल बेचने में जल्दबाजी न करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि अब भारत के कपड़ा उद्योग की ओर मुड़ चुकी है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वाघेला ने कहा कि कपास की गुणवत्ता व उत्पादन दोनों में समान रूप से वृद्धि हुई है। कपास किसानों से उत्पाद बेचने में जल्दबाजी न करने के लिए कहा गया है।
वाघेला के अनुसार कॉटन कॉर्प ऑफ इंडिया (सीसीआई) बाजार से ऊंची दर पर कपास की फसलें खरीदने को तैयार है।
वाघेला ने कहा कि सीसीआई ने कपास की कीमत बाजार दर 500 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। पिछले वर्ष सीसीआई ने 1,750 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदारी की थी। इस वर्ष यह दर 2,500 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है।
वाघेला ने कहा कि उत्पादन में वृद्धि कपास को लेकर शुरू किए गए तकनीकी मिशन व कपास के बीटी किस्म के बीजों के इस्तेमाल में लाने की वजह से हुई है।
वाघेला के अनुसार कपड़ा क्षेत्र में पिछले चार सालों के दौरान 1,045 अरब रुपयों का निवेश किया गया। वर्ष 2012 तक निवेश की राशि 1,506 अरब तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके साथ ही अगले चार सालों में 173.70 करोड़ रोजगार सृजित किए जाएंगे।
कपड़ा मंत्री के अनुसार वैश्विक आर्थिक तंगी ने कपास निर्यात पर खासा असर डाला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।