नेपाल में आठ सदी पीछे ले जाने वाले कैलेंडर को लागू करने की तैयारी
काठमांडू, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेपाल में क्रांति लाने के वादे के साथ सत्ता में आए माओवादी मौजूदा हिंदू कैलेंडर के स्थान पर एक ऐसे स्थानीय कैलेंडर को लागू करने की तैयारी में जो देश को आठ शताब्दी पीछे ले जाएगा।
काठमांडू, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेपाल में क्रांति लाने के वादे के साथ सत्ता में आए माओवादी मौजूदा हिंदू कैलेंडर के स्थान पर एक ऐसे स्थानीय कैलेंडर को लागू करने की तैयारी में जो देश को आठ शताब्दी पीछे ले जाएगा।
पूरी दुनिया में वर्ष 2009 के आने में जहां केवल दो महीने ही बाकी हैं वहीं सरकार जो नेपाली संवत लागू करने वाली है उसके अनुसार अभी केवल 1129 वां साल है।
इस समय नेपाल का सरकारी संवत विक्रम संवत है जिसे सम्राट विक्रमादित्य ने आंरभ किया था। विक्रम संवत के अनुसार यह 2065 वां वर्ष है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपयोग होने वाले जार्जियन कैलेंडर से यह 57 साल आगे है।
बहरहाल प्रगति पथ पर अग्रसर होने की कोशिश कर रहा नेपाल आधिकारिक रूप से बुधवार को वर्ष के हिसाब से 879 साल पीछे चला जाएगा। काठमांडू घाटी के वास्तविक निवासी नेवार समुदाय के लोग विक्रम संवत को भारत से आयातित कहकर इसके खिलाफ अभियान चलाए हुए थे। राजा विरोधी भावना ने भी इस मामले में अपना योगदान दिया है।
नेपाली संवत का एक समृद्ध इतिहास रहा है। इसमें केवल 354 दिन होते हैं, इसके कारण हर तीन साल में इसमें एक अतिरिक्त महीना जोड़ना पड़ता है। यह नेवारी त्योहार से भी जुड़ा हुआ है।
मान्यताओं के अनुसार नेवारी व्यापारी शंखधर शेख्वा ने बालू से सोना बनाकर घाटी के सभी लोगों की सरकारी देनदारी चुकता करके दासता के अंत का उत्सव मनाने के लिए नया संवत आरंभ किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*