छत्तीसगढ़ चुनाव : चुनावी चहल-पहल से दूर है बस्तर क्षेत्र
रायपुर, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर जहां विभिन्न क्षेत्रों में चुनावी सरगर्मियां जोर पकड़ रही हैं वहीं नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार चुनाव प्रचार की कोई योजना नहीं बना रहे हैं।
बीजापुर से कांग्रेस से तीन बार विधायक रह चुके राजेन्द्र पामभोही ने आईएएनएस को बताया, "'बस्तर क्षेत्र के दूर दराज इलाकों में चुनाव प्रचार करने का कोई सवाल ही नहीं है। राजनीतिक करियर से ज्यादा महत्वपूर्ण मैं जीवन को मानता हूं।"
पामभोही ने कहा कि पर्याप्त पुलिस संरक्षण में ही वे कुछ क्षेत्रों में प्रचार कर सकते हैं। राज्य की 90 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए दो चरणों में 14 और 20 नवंबर को चुनाव कराए जाएंगे।
पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र की 12 सीटों के लिए मतदान होंगे। पामभोही ने कहा कि इस बार बस्तर के विभिन्न इलाकों में हालात अस्थिर बने हुए है। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि इस बार कोई भी उम्मीदवार जोखिम उठाने की हिम्मत नहीं करेगा।"
गौरतलब है कि बस्तर क्षेत्र के बीजापुर, कोंटा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्रों में नक्सलियों की मजबूत पकड़ है। वहीं भानुप्रतापपुर, कांकेर, केश्काल, कोंडागांव, चित्रकूट, जगदलपुर और बस्तर में भी नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर रखी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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