मधुमेह रोकने में सहायक हो सकती है हरी चाय
वाशिंगटन, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। हरी चाय में पाए जाने वाला एक सशक्त एंटीआक्सीडेंट मधुमेह की टाईप-1 को रोकने या उसके हमले को टालने में सहायक साबित हो सकता है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है।
अनुसंधानकर्ता हरी चाय में पाए जाने वाले एंटी आक्सीडेंट ईजीसीजी का टाईप-1 मधुमेह व स्जोग्रेन के प्रारंभिक लक्षण वाले एक चूहे पर परीक्षण कर रहे थे। ये लक्षण लार ग्रंथियों को नष्ट कर देते हैं। इस कारण आंखों व मुंह का पानी सूख जाता है।
मेडिकल कॉलेज ऑफ जार्जिया (एमसीजी)के स्कूल ऑफ डेंटिस्ट्री में जीव विज्ञानी स्टीफेन हू के अनुसार उनके अध्ययन का केंद्रीय विषय स्जोग्रेन का लक्षण ही था, लेकिन इस अध्ययन के दौरान यह भी पता चल गया कि ईजीसीजी मधुमेह-1 को भी रोकने या उसे टालने में मददगार साबित हो सकता है।
अध्ययन के दौरान देखा गया कि ईजीसीजी चूहे में स्जोग्रेन के कारण नष्ट होने वाली लारग्रंथि को बचाता है।
एमसीजी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि टाईप-1 श्रेणी का मधुमेह और स्जोग्रेन के लक्षण दोनों स्वप्रतिरोधी रोग हैं। ये शरीर में स्वत: पैदा हो जाते हैं।
ज्ञात हो कि इस तरह के स्वप्रतिरोधी रोगों का स्थान अमेरिका में तीसरे नंबर पर है। वहां की कुल आबादी का लगभग आठ प्रतिशत हिंस्सा इस समूह के रोगों से ग्रस्त हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।