पहचान परेड की तारीख के लिए अदालत जा सकती है उड़ीसा सरकार (लीड-1)
नई दिल्ली/भुवनेश्वर, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। उड़ीसा के कंधमाल जिले में नन से बलात्कार के कथित मामले में संदिग्धों की पहचान परेड की तारीख सुनिश्चित करने के लिए जहां राज्य सरकार जल्द अदालत जाने की तैयारी कर रही है, वहीं पीड़िता नन ने शुक्रवार को दिल्ली में मीडिया के सामने उपस्थित होकर अपनी व्यथा का बयान किया।
राज्य अपराध शाखा के एक अधिकारी ने आईएनएस को बताया कि अदालत से कोई तारीख तय करा लेने के बाद अपराध शाखा मुजरिमों की पहचान के लिए नन से उस तारीख पर उपस्थित रहने का अनुरोध करेगी। घटना के दो दिन बाद 26 अगस्त को मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराने के बाद से ही पीड़िता लापता है।
कटक के आर्कबिशप राफेल चीनथ ने मामले की सीबीआई जांच के लिए हाल में सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को याचिका खारिज करते हुए पीड़िता से जांच परेड के दौरान मुजरिमों की पहचान में राज्य की जांच एजेंसी को सहयोग देने को कहा था।
पुलिस की अपराध शाखा ने इस महीने के प्रारंभ में ही आर्कबिशप चीनथ को एक नोटिस जारी कर नन का पता बताने की अपील की थी। अधिकारी के अनुसार इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कानूनी प्रवाधानों के मुताबिक जांच के लिए पहचान परेड कराने की जरूरत है। लेकिन सुरक्षा के पूर्ण आश्वासन के बाद भी पीड़िता पहचान परेड के लिए आगे नहीं आ रही है।
अधिकारी के अनुसार अदालत से तारीख तय हो जाने के बाद नन व घटनास्थल पर मौजूद रहे फादर थामस चेलांथारेइल को नोटिस जारी किया जाएगा। इसके अलावा नन तक पहुंचने के लिए मीडिया की भी मदद ली जाएगी।
उधर, नन ने शुक्रवार को दिल्ली में मीडिया के सामने उपस्थित होकर अपनी व्यथा का बयान किया। सिर व चेहरे को दुपट्टे से ढकी नन ने रोते हुए कहा कि राज्य की पुलिस उसकी हिफाजत में नाकाम रही। बाहर व भीतर से बिल्कुल टूटे हालात में नन ने अपने हाथों लिखे घटना के पूरे विवरण को मीडिया के सामने पढ़ कर सुनाया। इसके तत्काल बाद वह वहां से चली गई। कटक के आर्कबिशप राफेल चीनथ भी नन के साथ मौजूद थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।