मायावती का दलित प्रेम दिखावा : राहुल गांधी (लीड-2)
कानपुर, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव और सांसद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती का दलित प्रेम ढोंग है। उन्होंने कहा कि अगर मायावती दलितों के विकास का दावा करती हैं तो आज भी सरकारी विद्यालयों में पीछे की सीट पर दलित छात्र ही क्यों बैठता है।
कानपुर महानगर कांग्रेस द्वारा मोती झील पार्क में आयोजित सामाजिक समरसता महासम्मेलन में राहुल गांधी ने ये बातें कही। उन्होंने कहा, "मैंने जितने भी सरकारी विद्यालयों को देखा और छात्रों से बात की तो पाया कि पीछे की सीट पर दलित छात्र ही बैठते हैं।"
राहुल ने सवाल उठाया कि ऐसा क्यों है। उन्होंने कहा कि अगर मायावती दलितों का हितैशी होने का दावा करती हैं तो फिर इस ओर उनका ध्यान क्यों नहीं जाता।
राहुल ने कहा कि उत्तरप्रदेश में कांग्रेस के विरोधी दल इस भ्रम में हैं कि कांग्रेस पार्टी यहां कमजोर है लेकिन वह यह जान लें कि राज्य की अगली सरकार का नेतृत्व कांग्रेस ही करेगी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर निशाना साधते हुए दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।
इससे पूर्व मायावती सरकार और कांग्रेस के बीच चल रहा राजनीतिक टकराव उस समय खुलकर सामने आ गया जब राहुल गांधी को कानपुर स्थित चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों की एक बैठक को संबोधित करने से रोक दिया गया।
राहुल के कार्यक्रम को रद्द किए जाने की पुष्टि विश्वविद्यालय के कुलपति वी.के. सूरी ने की लेकिन उन्होंने इसका कोई कारण बताने से इनकार कर दिया। हालांकि राज्य के अतिरिक्त सचिव विजय शंकर पांडे ने आईएएनएस से कहा कि सरकार की तरफ से कार्यक्रम रद्द करने संबंधी कोई आदेश जारी नहीं किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने आईएएनएस को बताया कि घोषित कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी को 11 बजे कानपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय भवन में छात्रों को संबोधित करना था, लेकिन ऐन मौके पर राज्य सरकार ने राहुल के कार्यक्रम पर रोक लगा दी।
बहुगुणा ने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद करीब 11.30 बजे राहुल विश्वविद्यालय पहुंचे और उन्होंने छात्रों से मुलाकात की। वे करीब आधे घंटे तक छात्रों के साथ रहे।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और कानपुर से सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल ने बताया कि उनके पास कार्यक्रम की लिखित अनुमति थी, जिसे बिना कारण बताए शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे अचानक वापस ले लिया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ऐसे फैसले से शिक्षण संस्थानों का विकास नहीं हो पाएगा। राहुल शुक्रवार को कानुपर में एक दलित महासम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।