छह साल तक कैदी रहे पत्रकार को सम्मान
अल-हज को यह सम्मान कैनेडियन जर्नलिस्ट फॉर फ्री एक्सप्रेशन (सीजेएफई) की ओर से दिया गया है। अल-हज को बिना किसी औपचारिक आरोप के हिरासत में रखा गया और उनपर अमेरिकी पासपोर्ट की एवज में अल जजीरा के खिलाफ गवाह बनने के लिए दबाव बनाया गया था।
सीजेएफई
ने
कहा
कि
अल-हज
ने
अमेरिकी
दबाव
को
नहीं
माना
और
वे
एक
वर्ष
तक
भूख
हड़ताल
पर
रहे।
आखिरकार
अमेरिका
ने
उन्हें
रिहा
कर
दिया
और
फिलहाल
वे
सूडान
में
अल
जजीरा
के
संवाददाता
हैं।
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें