विमानन क्षेत्र के विद्यार्थी चले विदेश
घरेलू विमानन कंपनियों द्वारा उठाए जा रहे लागत कटौती संबंधी कदम और छंटना ने विद्यार्थियों को परेशानी में डाल दिया है इसलिए प्रशिक्षित विद्यार्थी अब विदेशों का रुख कर रहे हैं। इनमें विमान परिचारिकाएं और उड्डयन सहायक शामिल हैं।
हालांकि जानकारों का कहना है कि यह संकट स्थाई नहीं है और जल्द टल जाएगा। देश भर में विमान परिचारिका का प्रशिक्षण देने वाली संस्था फ्रैंकफिन की वरिष्ठ केंद्र प्रमुख कमल सैनी ने कहा, "विमानन उद्योग में यह संकट अस्थाई है और जल्द ही इससे निजात मिल जाएगी।"
चंडीगढ़ स्थित जेट विंग्स के निदेशक मोहनबीर सिंह चावला ने कहा, "हमें यह समझना चाहिए कि हर उद्योग में उतार चढ़ाव आता है। यह चरण जल्द गुजर जाएगा।" उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित छात्रों के लिए अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाओं, होटल और पर्यटन आदि उद्योगों में बेहतर अवसर मौजूद हैं।
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