भारत ने श्रीलंका के हालात पर चिंता जताई
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। सरकार ने बुधवार को संसद को जानकारी दी कि भारत श्रीलंका के हालात से चिंतित है और उसका मानना है कि वहां जारी जातीय संघर्ष का सैन्य समाधान संभव नहीं है।
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। सरकार ने बुधवार को संसद को जानकारी दी कि भारत श्रीलंका के हालात से चिंतित है और उसका मानना है कि वहां जारी जातीय संघर्ष का सैन्य समाधान संभव नहीं है।
विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी ने बुधवार को लोकसभा में श्रीलंका के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीलंका में जारी समस्या का शांतिपूर्ण ढंग से राजनीतिक समाधान किया जाना आवश्यक है। मुखर्जी ने कहा, "श्रीलंका में तमिलों समेत अल्पसंख्यकों के वैध अधिकारों का सम्मान करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से राजनीतिक समाधान खोजे जाने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा कि सरकार श्रीलंका के हालात विशेषकर उसके उत्तरी हिस्से में बिगड़ती मानवीय स्थितियों से बहुत चिंतित है। उन्होंने कहा कि भारत श्रीलंका में बेघर होने वालों की बढ़ती तादाद तथा श्रीलंकाई सेना और लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे)के बीच झड़पों की जद में आ रहे नागरिकों की पीड़ा से बहुत व्यथित है।
मुखर्जी इस मामले पर स्वयं संज्ञान लेते हुए जब बयान दे रहे थे, सदन में उस समय बहुत से सदस्य महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा उत्तर भारतीयों पर हमलों के खिलाफ विरोध प्रकट कर रहे थे। शोरगुल की वजह से मुखर्जी को अपना बयान सदन के पटल पर रखना पड़ा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*