राज ठाकरे गिरफ्तार, मुम्‍बई में तनाव
राज ठाकरे को एक सरकारी अतिथिगृह से गिरफ्तार गया। गिरफ्तारी के बाद मुम्बई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में तनाव बढ़ गया है। उधर सोमवार शाम से ही महाराष्ट्र पुलिस ने मनसे कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां शुरू कर दी थीं।
अपने अध्यक्ष की गिरफ्तारी से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र में कई शहरों में बसों को अपना निशाना बनाया। राज को मुंबई पुलिस ने जमशेदपुर की एक अदालत द्वारा जारी किए गए एक वारंट की तामील करते हुए गिरफ्तार किया।
पिछले आठ महीनों में यह दूसरा मौका है जब उन्हें उत्तर भारतीयों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। नागपुर में कई स्थानों पर राज्य परिवहन की बसों पर पथराव हुआ और लाठियों से बसों व अन्य वाहनों पर तोड़फोड़ की। मनसे कार्यकताओं ने पुणे और कोथरूड में कम से कम आठ बसों को अपने गुस्से का निशाना बनाया है।
मुंबई के पनवेल में भी बस को निशाना बनाया गया है। नासिक, औरंगाबाद, बीड और विदर्भ के कई कस्बों में ऐसे ही प्रदर्शन हो रहे हैं। मनसे नेता हेमंत गडकरी ने कहा है कि राज की गिरफ्तारी को कायरतापूर्ण कार्रवाई है। पार्टी के करीब 100 युवा कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों पर सवार होकर चार दस्तों में नागपुर के विभिन्न हिस्सों में फैल गए हैं और अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं।
गडकरी ने बताया, "कार्यकर्ताओं ने अभी तक शहर के चार स्थानों कॉटन मार्केट स्केवयर, अभ्यंकर नगर, एलआईटी(लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) गेट और प्रताप नगर पर राज्य परिवहन की बसों पर पथराव किया है।" उन्होंने कहा कि बसों को रुकवाकर उन्हें खाली कराने के बाद उन पर पथराव किया गया। उधर गडकरी ने कहा है कि जब तक राज की जमानत नहीं हो जाती विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे। राज को बांद्रा अदालत में पेश किया जाना है।
नागपुर पुलिस ने केवल अभ्यंकर नगर में मनसे कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की पुष्टि की है। इस सिलसिले में कोई गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है, क्योंकि वे लोग पथराव के बाद वहां से रफू चक्कर हो गए।
मंगलवार की सुबह बांद्रा कोर्ट के बाहर मनसे कार्यकर्ताओं ने बसों को फूंक दिया। अदालत के बाहर मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये हंगामें में उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कई राउंड लाठियां भांजी।
मनसे कार्यकर्ताओं के प्रदर्शनों को देखते हुए महाराष्ट्र के सभी बड़े शहरों में सुरक्षा बल तैनात कर दिये गये हैं। खास-तौर से मुम्बई के सभी संवेदनशील इलाकों में जवान तैनात हैं।