जाल में फंसकर मरने से घट रही है डाल्फिनों की संख्या
वाशिंगटन, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। मछली पकड़ने वाले जाल में फंसकर मरने से दुनिया भर में डाल्फिनों की संख्या में कमी आ रही है और उनके जीवन पर संकट उत्पन्न हो गया है। यह तथ्य न्यूजीलैंड में किए गए एक अध्ययन से सामने आया है।
ओटागो विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक शोध से पता चला है कि हेक्टर्स डाल्फिन के मछली पकड़ने वालों के जाल में फंसने की संभावना सामान्य से 10 गुना अधिक है।
हेक्टर्स डाल्फिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केवल न्यूजीलैंड में पाई जाती है। 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर एंड एटमास्फेयर' (एनआईडब्ल्यूए) के अनुमानों के अनुसार वर्ष 2000 से 2006 के बीच हर वर्ष लगभग 110 से 150 हेक्टर्स डाल्फिनें जाल में फंसकर अपनी जान गंवा बैठीं।
विश्वविद्यालय के अनुसार आने वाले 50 वर्षो में इन डाल्फिनों की संख्या घटकर 5,000 तक सिमट जाने की संभावना है।
एक शोधकर्ता स्लूटेन ने कहा कि डाल्फिनों की मृत्युदर कम करने के लिए आवश्यक है कि मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए अधिक आधुनिक तकनीक वाले यंत्रों का इस्तेमाल करना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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