उड़ीसा के मंदिरों और पुजारियों ने की सुरक्षा की मांग
जगतसिंहपुर, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। हिंदू धर्माचार्यो के एक समूह ने मांग की है कि उड़ीसा में मंदिरों और पुजारियों की सुरक्षा बढ़ाई जाए, क्योंकि उन पर हमला हो सकता है।
'निखिल उत्कल मठ-मंदिराधिश सेवासंघ' के अध्यक्ष स्वामी अरुपानंद ने रविवार को बताया, "विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती और उनके चार सहयोगियों की 23 अगस्त को अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी थी। हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। हमें भय है कि वे हिंदू धार्मिक स्थलों और पुजारियों पर हमला कर सकते हैं।"
स्वामी ने बताया कि इस घटना के बाद किसी ने दुख व्यक्त नहीं किया। उन्होंने कहा कि राज्य के 40,000 से अधिक मंदिरों और पुजारियों को कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है।
स्वामी ने कहा कि राज्य सरकार को मंदिरों और पुजारियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए।
दूसरी ओर 'ग्लोबल काउंसिल ऑफ इंडियन क्रिश्चियन्स'(जीसीआईसी) नामक एक संगठन के अध्यक्ष सजन के. जार्ज ने धर्माचार्यो की मांग को साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि उड़ीसा के कंधमाल जिले में हुई हिंसा में केवल ईसाई समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।