भारत को उभरती शक्ति के रूप में स्वीकार रहा है स्पेन
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। स्पेन में पिछले महीने आयोजित भारत महोत्सव की जबरदस्त सफलता के बाद माना जा रहा है कि देर से ही सही लेकिन स्पेन ने भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में मान्यता देना प्रारंभ कर दिया है।
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। स्पेन में पिछले महीने आयोजित भारत महोत्सव की जबरदस्त सफलता के बाद माना जा रहा है कि देर से ही सही लेकिन स्पेन ने भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में मान्यता देना प्रारंभ कर दिया है।
भारत-स्पेन वार्ता के चौथे दौर में हिस्सा लेने भारत आए एक वरिष्ठ स्पेनी राजनयिक और एशियाई मामलों के विशेषज्ञ जीसस सांज ने आईएएनएस से कहा, " 90 के दशक के उत्तरार्ध में स्पेन का ध्यान लैटिन अमेरिका, पश्चिमी देशों और यूरोप पर केंद्रित था। हमने पाया कि सारी आर्थिक और राजनीतिक गतिविधियां एशिया में होने लगी थीं।"
उन्होंने बताया कि स्पेन की सरकार ने सन 2000 में एशिया प्रशांत क्षेत्र में अपनी पैठ बनाने के लिए एक कार्य योजना की शुरुआत की। इसकी शुरुआत चीन के साथ हुई। उसे स्पेन में एक उभरती अर्थव्यवस्था वाले ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा था जो दुनिया में अपना अलग स्थान बनाने में सक्षम था।
सांज ने कहा कि पहले भारत को स्पेन में योग, हिंदुत्व, अध्यात्म और तंदूरी चिकन की वजह से याद किया जाता था। नब्बे के दशक में चीन के साथ भी ऐसा ही था जब उसे चाय पत्ती, कुंग फू, ताई ची और चाइनीज खाने के लिए जाना जाता था।
उन्होंने कहा कि स्पेन में हुए भारत महोत्सव की जबरदस्त सफलता से यह बात पता चलती है कि स्पेन के लोगों की भारत में रुचि बढ़ी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।