चुनावी घोषणा के साथ ही जम्मू में बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी
जम्मू, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। चुनावी घोषणा के बाद जम्मू में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां अमरनाथ मुद्दे को भुनाने की योजना बना रही है वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खास उत्साह नहीं देखा जा रहा है।
जम्मू, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। चुनावी घोषणा के बाद जम्मू में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां अमरनाथ मुद्दे को भुनाने की योजना बना रही है वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खास उत्साह नहीं देखा जा रहा है।
भाजपा अमरनाथ मुद्दे के दौरान निभाई गई अपनी भूमिका को भुनाने की योजना में है, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में चुनाव को लेकर कोई खास उत्साह नहीं दिखाई दे रहा।
इस बारे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख सैफुद्दीन सोज के एक विश्वासपात्र ने आईएएनएस को बताया कि हम तो चुनाव के लिए हमेशा तैयार थे। चुनावी घोषणा के बाद हमें जनता के बीच जाने में कोई दिक्कत नहीं है।
ज्ञात हो कि 2002 के चुनाव में 15 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार के चुनाव में अपनी इज्जत बचाने के लिए संघर्षरत है। पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा इसलिए है क्योंकि अमरनाथ भूमि विवाद ने उन्हें हाशिए पर धकेल दिया है।
इसके ठीक विपरीत भाजपा के हौसले बुलंद हैं। पार्टी नेता व कार्यकर्ता महसूस करते हैं कि अमरनाथ मामले में की गई उनकी मेहनत जरूर रंग लाएगी।
यहीं पर जम्मू के व्यापारियों का कुछ अलग ही मानना है। व्यापारियों का कहना है कि भाजपा द्वारा की गई आर्थिक नाकेबंदी के कारण उनके कारोबार तो चौपट हुए ही, घाटी में अलगाववादियों को सिर उठाने का मौका भी मिल गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।