शाही परिवार की शिकारगाह बनी अब पर्यटनस्थल
निमाज, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। आजादी से पूर्व देशी रियासतों और महलों को लेकर चर्चा में रहने वाला राजस्थान अब देशी-विदेशी पर्यटकों का पंसदीदा स्थल बन गया है लेकिन यहां के पाली जिले की निमाज रियासत की कहानी कुछ अलग है। यहां की मशहूर शाही शिकारगाह अब पर्यटनस्थल बन गया है।
निमाज, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। आजादी से पूर्व देशी रियासतों और महलों को लेकर चर्चा में रहने वाला राजस्थान अब देशी-विदेशी पर्यटकों का पंसदीदा स्थल बन गया है लेकिन यहां के पाली जिले की निमाज रियासत की कहानी कुछ अलग है। यहां की मशहूर शाही शिकारगाह अब पर्यटनस्थल बन गया है।
जयपुर से 222 किलोमीटर की दूरी पर स्थित निमाज में जहां आप शाही महलों से होटलों में तब्दील आलीशान राजमहलों से रूबरू होंगे, वहीं यहां का एक अनोखा कैंप 'छत्र सागर' भी आपको आकर्षित करेगा।
छत्र सागर की पहचान शाही महलों के अलावा बारिश के जल-संचय को लेकर भी होती है। इस कैंप का प्रबंधन शाही परिवार के लोग ही करते हैं।
शाही परिवार के सदस्य राज्यवर्धन राठौर ने आईएएनएस को बताया, "निमाज में राजपरिवार का घर है। मेरे परदादा ठाकुर छत्र सिंह ने कृषि कार्यो के लिए जल संचय करने की आवश्यकता को महसूस किया था। उन्होंने सन 1890 में यहां एक बांध और एक शिकारगाह का निर्माण करवाया था। "
ठाकुर छत्र सिंह मारवाड़ इलाके के प्रमुख व्यक्तियों में एक थे। उनके नक्श-ए कदम पर चलते हुए आज उनके वंशज इलाके में एक अलग तरह के पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं।
शाही परिवार के सदस्य यहां होटल व्यवसाय के अलावा पर्यटकों को प्रकृति के समीप लाने का प्रयास कर रहे हैं। कभी यहां की शाही शिकारगाह अब पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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