झारखंड में भूमि अधिग्रहण को लेकर आर्सेलर मित्तल का विरोध
रांची, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। विश्व की सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल को झारखंड में अपनी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है।
आर्सेलर मित्तल ने अपनी परियोजना के लिए राज्य के खुटी जिले को चुना है। कंपनी को स्टील संयंत्र और टाउनशिप के लिए लगभग 11,000 एकड़ भूमि की आवश्यकता है।
'आदिवासी मालवासी अस्तित्व रक्षा मंच' (एएमएआरएम) नामक एक संगठन कंपनी की परियोजना के विरोध में अभियान चला रखा है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने 15 अक्टूबर को कुछ ग्रामीणों के साथ बैठक भी की लेकिन इसका सकारात्मक प्रभाव नहीं देखा गया।
एएमएआरएम की सदस्य दयामणि बारला ने बताया, "किसानों को स्टील नहीं अनाज चाहिए।" उन्होंने बताया कि परियोजना के विरोध में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए लगभग 15,000 पर्चे बांटे जा चुके हैं।
ग्रामीणों को बांटे गए पर्चो में बताया गया है कि भूमि का अधिग्रहण गलत है क्योंकि जनजातियों की जमीन का हस्तांतरण गैर जनजाति को नहीं किया जा सकता है। साथ ही कहा गया है कि औद्योगिक उपयोग के लिए कृषि योग्य भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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