दिल्ली की पहचान बने प्रवासी राजस्थानियों के दीपावली मेले
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विभिन्न भागों में इन दिनों भव्य दीपावली मेलों के आयोजन हो रहे हैं। दीपावली से पूर्व लगने वाले इन मेलों में प्रवासी राजस्थानियों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
इन दीपावली मेलों ने दिल्ली में अपनी एक अलग ही पहचान बना ली है। मेले में परंपरागत लोक नृत्यों के साथ ही टेलीविजन और बॉलीवुड से जुड़े कलाकार भी विशेष आकर्षण का केन्द्र हैं। राजस्थान रत्नाकर और राजस्थान क्लब जैसी संस्थाएं दिल्ली में पिछले तीस वर्षो से इन मेलों का आयोजन करती आ रही हैं।
पंजाबी बाग स्टेडियम में शुक्रवार से शुरू हुए तीन दिवसीय 'मेरी दिल्ली उत्सव' दीपावली मेला में करवा चौथ उत्सव, डांडिया मस्ती और राजस्थानी लोक नृत्य ने समा बांधा। बीकानेर वाला के प्रबंध निदेशक श्याम सुन्दर अग्रवाल के अनुसार मेले में आकर्षक मंच कार्यक्रम एवं लाइफ स्टाईल स्टॉल्स पर उमड़ते जनसमूह के दृश्य दर्शनीय हैं।
राजस्थानी डिजाइनर साड़ियों का विशेष बाजार राजस्थान रत्नाकर के चेयरमेन राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि 18 एवं 19 अक्टूबर को पीतमपुरा स्थित दिल्ली हाट के नजदीक नेताजी सुभाष प्लेस में आयोजित दिवाली मेले में इस बार महिलाओं के लिए राजस्थानी डिजाइन की साड़ियों का विशेष बाजार लगाया जा रहा है। दिल्ली के प्रमुख साड़ी विक्रेता इसमें भाग ले रहे हैं।
राजा गार्डन में 18 एवं 19 अक्टूबर को ही राजस्थान क्लब द्वारा लगाये जा रहे भव्य दिवाली मेले में कई टेलीविजन एवं बॉलीबुड कलाकारों को आमंत्रित किया गया है।
संस्था के प्रधान सुरेश पोद्दार ने बताया कि मेले के अन्य आकर्षणों में आतिशबाजी और राजस्थानी लोक नृत्यों को शामिल किया गया है। इसके अलावा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम, डांडिया नृत्य, आधुनिक झूले, पुरानी दिल्ली की चाट खोमचे और लजीज व्यंजन इसके आकर्षण का केंद्र हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**