राज्यसभा और लोकसभा की कार्रवाई स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही जहां अपने नौ दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित की गई. वहीं राज्यसभा की कार्यवाही देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों के प्रति सदन की ओर से दुख और चिंता नहीं जताये जाने पर विपक्ष के हंगामे के कारण स्थगित कर देनी पड़ी
वामदल खासकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन सदस्यों का गुस्सा उस समय फूटा जब सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने सदन की बैठक शुरु होते ही एक प्रस्ताव के जरिए विभिन्न राज्यों में बम विस्फोटों और मंदिरों में भगदड मचने की घटनाओं का जिक्र किया तथा इनमें बड़ी संख्या में हताहत लोगों के प्रति श्रद्धांजलि और संवेदना व्यक्त की किंतु सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों का उल्लेख नहीं किया गया।
सभापति ने जैसे ही मृतकों के प्रति शोकांजलि अर्पित करने का आग्रह किया माकपा एवं भाजपा नीत गठबंधन सदस्यों ने सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों का जिक्र नही किए जाने पर शोरगुल शुर कर दिया।
माकपा की सदस्य वृन्दा करात तो सभापित के आसन तक पहुंच गईं। अंसारी ने हालांकि व्यवस्था बनाए रखने के इरादे से कहा कि निर्दोष लोग किसी भी वजह से मारे जाएं. हमारी संवेदना के पात्र हैं। उनके इस कथन पर भी हंगामा शांत नही हुआ और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
दुबारा
सदन
की
कार्यवाही
शुरु
होने
पर
फिर
हंगामा
शुरु
हो
गया
अन्ततः
सभापति
ने
सदन
की
कार्यवाही
सोमवार
तक
के
लिए
स्थगित
कर
दी।